मैंने नहीं लिखा तुम्हारा
नाम किसी ऐसी जगह
जो धुंधला जाते हो
मैंने तुम्हारा नाम ,
सागर किनारे लिखा
सागर के किनारे की
रेत पर लिखे नाम
कभी नहीं मिटते ...
वो नाम लहरों के साथ
सागर में ही मिल
जाते है ...
हर लहर के साथ
बहते रहते है
ना घुलते है
ना गलते है
इसीलिए सागर का
पानी भी खारा होता है
वो नाम आंसुओं से
जो लिखे होते है ...
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