लोगो को कहते और
लिखते देखा है कई बार
प्यार अँधा होता है ?
पर मैं मानता हु प्रेम
कभी अँधा नहीं हो सकता
वो तो सिर्फ आँखें मूंदे रखता है
वो भी सिर्फ इसलिए ताकि उसे
अपने प्रिय/प्रिय के अलावा कुछ
और ना दिखे वो तो बस अपनी
प्रिय/प्रिय की छवि को अपनी
आँखों में बसाये आँखें मूंदे रखता है
ताकि एक पल को भी उसकी प्रिय/प्रिया
उसकी आँखों से दूर ना हो
लिखते देखा है कई बार
प्यार अँधा होता है ?
पर मैं मानता हु प्रेम
कभी अँधा नहीं हो सकता
वो तो सिर्फ आँखें मूंदे रखता है
वो भी सिर्फ इसलिए ताकि उसे
अपने प्रिय/प्रिय के अलावा कुछ
और ना दिखे वो तो बस अपनी
प्रिय/प्रिय की छवि को अपनी
आँखों में बसाये आँखें मूंदे रखता है
ताकि एक पल को भी उसकी प्रिय/प्रिया
उसकी आँखों से दूर ना हो
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