तुम्हे भुलाने की
बहुत सी वजहें है
और थी भी मेरे पास
पर जब भी पहले
प्यार की बात होती है
तुम बहुत याद आती हो मुझे
यु तो तुम्हारा नाम भी
अपनी जुबा पर ना
लाने की बहुत सी वजहें
थी मेरे पास पर जब भी
तुम पर लिखी कविता
गुनगुनाता हु मैं अकेले में
तुम बहुत याद आती हो मुझे
तुम्हारे वज़ूद को मिटाने
की बहुत सी वजहें थी
मेरे पास पर जब जब
निहारा खुद को आईने में
मेरी ही आँखों में छाया
तुम्हारा वज़ूद नज़र आया
तब तुम बहुत याद आती हो मुझे
बहुत सी वजहें है
और थी भी मेरे पास
पर जब भी पहले
प्यार की बात होती है
तुम बहुत याद आती हो मुझे
यु तो तुम्हारा नाम भी
अपनी जुबा पर ना
लाने की बहुत सी वजहें
थी मेरे पास पर जब भी
तुम पर लिखी कविता
गुनगुनाता हु मैं अकेले में
तुम बहुत याद आती हो मुझे
तुम्हारे वज़ूद को मिटाने
की बहुत सी वजहें थी
मेरे पास पर जब जब
निहारा खुद को आईने में
मेरी ही आँखों में छाया
तुम्हारा वज़ूद नज़र आया
तब तुम बहुत याद आती हो मुझे
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