Friday 21 July 2017

क्या मेरा वजूद तुझसे है?

मेरी शाख  मुझसे
कहती है
क्या मेरा वजूद
तुझसे है??
यदि हाँ .. तो
रंग क्यूँ है फीका ...
मेरी जड़े टिकाये मुझे
अदृश्य रह कर भी
संभाले  अलसाए
अस्तित्व को ....
और मैं
मुझसे ना शाख को
समझाया जा सका
ना जड़ें फैलाई
जा सकी ...
एक सिर्फ तुम्हारे
कारण  ....

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !