क्यों डरती हो
तुम प्यार से
ये भी भला कोई
डरने की चीज़ है
फिर किन्यु नहीं
कह देती सबको
तो खोलने दो ना,
क्यों डरती हो आखिर
क्या होगा ?
बिखर ही जाओगी ना
तो बिखर जाने दो
अपने आप को
प्यार से संवार
लेगा तुम्हे कोई
फिर किन्यु नहीं सब छोड़ कर
जाती उसके पास
और प्यार में
सज-संवर कर
खुशबू सी महकेगी
तुम्हारी जिन्दगी.....!!
फिर किन्यु नहीं चाहती तुम
उसकी ज़िन्दगी संवारना
बोलो ?
तुम प्यार से
ये भी भला कोई
डरने की चीज़ है
फिर किन्यु नहीं
कह देती सबको
तो खोलने दो ना,
क्यों डरती हो आखिर
क्या होगा ?
बिखर ही जाओगी ना
तो बिखर जाने दो
अपने आप को
प्यार से संवार
लेगा तुम्हे कोई
फिर किन्यु नहीं सब छोड़ कर
जाती उसके पास
और प्यार में
सज-संवर कर
खुशबू सी महकेगी
तुम्हारी जिन्दगी.....!!
फिर किन्यु नहीं चाहती तुम
उसकी ज़िन्दगी संवारना
बोलो ?
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