मैं चाहता हु
इस विशाल आकाश
में कुछ रंग बिरंगे
फूल रोप दू उन रंगो के
जो तुम्हे पसंद हो जिससे
तुम्हारी हर उदासी के ऊपर
उन फूलों की खुशबू और रंग
गिरेंगे उस खुशबू और रंग से
तुम खुश तो हो जाओगी न....
बोलो मैंने हमेशा सोचा है
तुम्हारी ख़ुशी के लिए
जबकि तुमने अब तक
मेरी खुसियो को कैद कर
रखा है अपनी मज़बूरियो में
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