सच कहु तो
अच्छा लगता है मुझे
तुम्हारे सामने बिखरना
तू समेट ले मुझे अब
अपनी आँखों में तेरे सामने
बिखरना मुझे बड़ा अच्छा लगता है
मैं कोई देव या देवता नहीं
उतर कर आया हु तेरे लिए
बिलकुल तेरे जैसा हु
तूने जो लगाया गले से तो
मैं तेरे गले का मोती बन गया
सजा लिया तूने जो अंगुली में
तो मैं तेरा प्यार बन गया
सच कहु तो
अच्छा लगता है मुझे
तुम्हारे सामने बिखरना
अच्छा लगता है मुझे
तुम्हारे सामने बिखरना
तू समेट ले मुझे अब
अपनी आँखों में तेरे सामने
बिखरना मुझे बड़ा अच्छा लगता है
मैं कोई देव या देवता नहीं
उतर कर आया हु तेरे लिए
बिलकुल तेरे जैसा हु
तूने जो लगाया गले से तो
मैं तेरे गले का मोती बन गया
सजा लिया तूने जो अंगुली में
तो मैं तेरा प्यार बन गया
सच कहु तो
अच्छा लगता है मुझे
तुम्हारे सामने बिखरना
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