सोच रहा हु
आज कुछ पुराना लिखू
तुम और मैं कैसे मिले
कैसे बात हुई हमारी
कैसे मैंने तुम्हे मनाया
कैसे और क्या क्या
कर तुम्हे अपना बनाया
कौन-कौन सी और कब-कब
तुमने शैतानिया की
कभी कभी रुलाया
और कभी अपार खुशिया दी
तुम्हारी कसम अब इस
सफर में हम दोनों
साथ-साथ बहुत दूर
निकल आये है
सोच रहा हु तुम्हे सब
आज बताओ
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