किन्यु मुझे ऐसा
लगता है जैसेतुम्हे मुझसे हुआ है
"प्रेम" नींद में
उठो तो आँखों में आँसू
इतना नहीं सोचा था मैंने
की किसी को इतनी सिद्दत से
चाहूंगा और कोई मुझे यु
नींदो में चाहेगी
जिसके पास न होगा समय
एक चुंबन का भी
ना ही देखने का की कैसा हु मैं
उसके बगैर अकेला
अब मैं काटता हु रातें
जागकर और जागते हुए
देखता हु स्वप्न उसके
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