Friday 11 August 2017

दर्द दूर हो जाते है

जब तुम होती हो 
साथ मेरे जाने कहा से 
आता है संगीत का स्वर 
और तुम उन सब्दो को 
कैसे संभालती हो 
अपनी जिव्हा पर 
और गुनगुना उठती है 
मेरी देह पूरी लय में
फिर दो सांसो के बीच 
के अंतराल में मैं लगता हु 
तुम्हारे स्वरों को अपने दर्दो पर 
और  देखते ही देखते सारे 
दर्द दूर हो जाते है अक्सर ही 
जब तुम होती हो 

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !