Thursday, 29 March 2018

तुम्हारा मेरे साथ होना


तुम्हारा मेरे साथ होना
मेरे लिए जैसे रेगिस्तान 
में खाक छानते हुए 
को एक पानी से भरा 
घड़ा पीने को दे देना ;
तुम्हारा मेरे साथ होना
मेरे लिए जैसे  माइनस
बीस डिग्री में अचानक
से अलाव की तपिश मिल जाना ; 
तुम्हारा मेरे साथ होना
मेरे लिए जैसे बरसो की 
पूजा के बाद ईश्वर का
मेरे सामने प्रकट हो 
पूछना मांगो वत्स और
मेरा उनसे सातों जन्मो का
तुम्हारा साथ मांग लेना;

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !