कुछ ख्वाब बुनना
चाहता है ये यौवन
अपने कल के लिए
जिसके सहारे कट जायेगा
यौवन दोनों का तमाम
क्योकि जब ज़िन्दगी की
दौड़ की स्पर्धा में खड़े होंगे
हम-तुम और ये उम्र हमदोनो की
तो तुम नहीं दौड़ पाओगी हम
दोनों के साथ-साथ और फिर
तुम रह जाओगी दौड़ की स्पर्धा में
बहुत पीछे हम दोनों से और उम्र
ले जाएगी मेरा हाथ पकड़ अपने साथ
तुमसे बहुत दूर फिर ना कहना मुझे
"राम" तुम मुझे यु छोड़ कर अकेली
किन्यु इतनी दूर चले गए इसलिए
कह रहा हु चलो बुन लेने देते है
इस यौवन को कुछ ख्वाब आज
जिसके सहारे कट जायेगा
यौवन दोनों का तमाम
चाहता है ये यौवन
अपने कल के लिए
जिसके सहारे कट जायेगा
यौवन दोनों का तमाम
क्योकि जब ज़िन्दगी की
दौड़ की स्पर्धा में खड़े होंगे
हम-तुम और ये उम्र हमदोनो की
तो तुम नहीं दौड़ पाओगी हम
दोनों के साथ-साथ और फिर
तुम रह जाओगी दौड़ की स्पर्धा में
बहुत पीछे हम दोनों से और उम्र
ले जाएगी मेरा हाथ पकड़ अपने साथ
तुमसे बहुत दूर फिर ना कहना मुझे
"राम" तुम मुझे यु छोड़ कर अकेली
किन्यु इतनी दूर चले गए इसलिए
कह रहा हु चलो बुन लेने देते है
इस यौवन को कुछ ख्वाब आज
जिसके सहारे कट जायेगा
यौवन दोनों का तमाम
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