मधुमास की संपूर्ण एकाकी रात में
तारों की आँखों में जो झिलमिलाहट देखा करता था
मैं अकेला तो सोचा करता था काश मुझे भी
साथ मिले ऐसी ही टिमटिमाती दो आँखों वाली का
और फिर एक दिन अचानक मेरे धैर्य की दीवार ने
लाँघ कर तुम्हारी देहरी को छू लिया था तुम्हे
उस दिन वही तारों वाली टिमटिमाहट तो देखी थी
मैंने तुम्हारी आँखों में और उसी पल दे दिया था
अपना दिल तुम्हारी झिलमिलाहट भरी आँखों को
और देखने लगा था एक ख्वाब की एक दिन
मधुमास की संपूर्ण एकाकी रात में इन तुम्हारी
आँखों को दिखा कर बोलूंगा उन सितारों को की देखो
तुम जो चिढ़ाते थे मुझे अपनी आँखों की झिलमिलाहट
दिखा दिखा कर आज देखो मैंने भी पा लिया है
साथ तुमसे ज्यादा झिलमिलाहट भरी दो आँखों वाली का
लेकिन सुनो वो ख्वाब मेरा ज़िन्दगी के चालीस बसंत देखकर भी
अब तक कुंवारा है याद रखना कंही मेरे जीवन के सभी बसंत बीत ना जाये
तारों की आँखों में जो झिलमिलाहट देखा करता था
मैं अकेला तो सोचा करता था काश मुझे भी
साथ मिले ऐसी ही टिमटिमाती दो आँखों वाली का
और फिर एक दिन अचानक मेरे धैर्य की दीवार ने
लाँघ कर तुम्हारी देहरी को छू लिया था तुम्हे
उस दिन वही तारों वाली टिमटिमाहट तो देखी थी
मैंने तुम्हारी आँखों में और उसी पल दे दिया था
अपना दिल तुम्हारी झिलमिलाहट भरी आँखों को
और देखने लगा था एक ख्वाब की एक दिन
मधुमास की संपूर्ण एकाकी रात में इन तुम्हारी
आँखों को दिखा कर बोलूंगा उन सितारों को की देखो
तुम जो चिढ़ाते थे मुझे अपनी आँखों की झिलमिलाहट
दिखा दिखा कर आज देखो मैंने भी पा लिया है
साथ तुमसे ज्यादा झिलमिलाहट भरी दो आँखों वाली का
लेकिन सुनो वो ख्वाब मेरा ज़िन्दगी के चालीस बसंत देखकर भी
अब तक कुंवारा है याद रखना कंही मेरे जीवन के सभी बसंत बीत ना जाये
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