Picture courtesy: google
ख्वाहिश और ख्वाब
______________
गर तुम करो वादा मुझसे
मुझसा प्रेम करने का
मैं वचन देता हु तुम्हे
धुप और छाया को
एक दूसरे में घोलने का
गर तुम करो वादा मुझसे
मेरी तन्हाई को आबाद करने की तो
मैं वचन देता हु तुम्हे
तुम्हारे प्रेम को वो मुकाम देने की
जिसके घर के आंगन में साथ
साथ खेलेंगे ख्वाहिश और ख्वाब
गर तुम करो वादा मुझसे
मेरा दिल कभी ना दुखाने का
मैं वचन देता हु तुम्हे
वो जहां देने की जंहा दर्द
और हंसी एक दूजे पर मरते हो
गर तुम करो वादा मुझसे
मेरा प्रेम अमर कर देने का
मैं वचन देता हु तुम्हे
ले चलूँगा तुम्हे तुम्हारा हाथ
थाम कर वंहा जंहा अपने और
पराये एक साथ मिलकर
एक दूजे का त्यौहार मानते है
No comments:
Post a Comment