उन पलो से सीखा है मैने
सही अर्थ प्रेम का
परिभाषा जीवन की
और मजबूरिया इंसान की
जो रोकती है हमे
वो करने से जो हम चाहते है
उसे अपनाने से
जिसे हम चाहते है
वो पल
भूलाये नही भूलते
एक पल को भी नही हटता
वो दृश्य आँखो से
वो अपनी मुलाकात
जो आखिरी बन गयी
पर तुम ना छोड़ सकी
उन्हें मुझे अपनाने के लिए
शायद तुमने कभी मुझसे
प्यार किया की नहीं
No comments:
Post a Comment