Friday 28 April 2017

साथ साथ चलने का वादा

उन राहों पर
जहाँ वादा था
साथ साथ चलने का मैं तो चल रहा हूँ
पर नही देखूंगा
पीछे मुड कर
तुम्हारे आने की राह
क्यों कि यह टीस
अब सही नहीं जाती है
बस यही विश्वास है कि
जो रास्ते पर
घना कोहरा दिख रहा है
वह एक दिन
नीले से चमकीले
अम्बर सा
दिखेगा कभी
और साथ ही शायद दिखे
तुंहारे साथ साथ
आने की आहट भी ...
ईश्वर का अस्तित्व
उम्मीद की एक किरण है।
आशा का हर  लम्हा
दिल के लिए आगे
बढ़ने का एक भरोसा 


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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !