रूठा साजन !
सुन तू अपने
रूठे हुए साजन
को अब बुला ले !
वो तुझ से रूठकर
अब भी यहीं कहीं
छुपकर बैठा होगा !
वो तो बस उसी
जिद्द पर ही तो
अड़ा बैठा होगा !
सुन तू ही सब
भुला कर अब
उसे मना ले !
वर्ना तुम दोनों
कि ये बेक़रार सी
ज़िन्दगी बे-कार सी
ना हो जाए !
ये आज से पहले
भी तुझे तेरे कई
बुजुर्गों ने भी कहा
ही होगा !
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