Tuesday, 24 December 2019

मेरी क्रिसमस !


मेरी क्रिसमस !

इतनी ठंड
भरी रातों
में भी जो
मेरी क्रिसमस
गाते-गाते
आता है !
वही जो अपने 
साथ एक थैला 
भरकर लाता है !
उस थैले में
सभी के लिए 
थोड़ी थोड़ी खुशियां
भरकर लाता है !
वो संसार के
सभी बच्चों को
प्यार करने ही
तो आता है !
हर दिसंबर कि
चौबीस तारीख
कि रात को ही  
तो वो आता है ! 
वही तो है जो 
सांता-सांता 
कहलाता है !

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !