सांसों की ऊष्मा है !
तुम्हारी सांसो ने
मेरे कहे एक-एक
शब्द में ऊष्मा भर दी !
वो सारे शब्द तुम्हारी
सांसों की ऊष्मा पाकर
अमर हो गए !
वो शब्द फिर मुझे
और शब्दों से ज्यादा
प्रिय हो गए थे !
अब मैं घिसता हूँ
उन तुम्हारी ऊष्मा
पाए शब्दों को अपनी
इन दोनों हथेली पर !
इस उम्मीद में की
वो मेरी इन हथेलियों
में एक नयी भाग्य रेखा
बनकर उभरेंगे !
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