शर्द रात !
दहकती रातों की
चांदनी में ;
बहकती जवानी के
अरमानो में ;
चंचल हवाओं की
सरसराहटों में ;
लरजते सांसों की
कंपकपाहट में ;
प्रिय की बाँहों
की गिरफ्त में ;
रातों की बोझिल
खामोशियों में ;
पिघलते है जमे,
अरमानो के काफिले ;
शर्द की ठिठुरती
रातों में !
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