Sunday 8 July 2018

इश्क़ की स्तुतियां


इश्क़ की स्तुतियां 
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जैसे लोग रिझाते है 
अपने-अपने ईश को 
ग्रंथो में लिखी सबसे 
असरदार स्तुतियों से 
ठीक वैसे ही मैंने भी 
लिखी है अपने इश्क़ 
के लिए प्रार्थनाएं जिसे 
लोग पढ़ते है कविता 
समझकर पर जब एक   
दिन वो सारी लिखी 
जाएँगी प्रेम के ग्रंथो में 
तब वो सच मायने में 
कहलाएंगी प्रार्थनाएं 
जिसे हर वो इश्क़ का 
पुजारी पढ़ेगा जिससे 
उनका इश्क़ रूठा है
फलस्वरूप उनको 
सुनने मिलेगा उसी 
इश्क़ से कहो क्या 
चाहते हो तुम और 
जब वो मांगेगा उसी
इश्क़ को अपने लिए 
तब वो इश्क़ खुद कहेगा 
तथास्तु यही मेरा दिया 
उपहार होगा समस्त इश्क़ 
के पुजारिओं के लिए !

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !