इश्क़ की दीवानगी !
मेरे ये एहसास तेरी इन सांसों
की जरुरत हो जायेंगे ;
तुझे भी एक दिन मेरी
मुझ जैसी जरुरत हो जाएगी ;
तेरी धड़कन भी कर देंगी
तुझे एक दिन परेशान ;
फिर तेरे इस देह को मेरी
रूह की जरुरत जाएगी ;
तुझे महसूस होगी मेरी
मौजूदगी तेरे रग-रग में ;
तब जा कर मेरी छुवन
तेरी हर करवट हो जाएगी ;
फिर हर मुलाकात पर तुम
खुद को मेरे पास भूल जाओगी ;
तुझे अपने पास बुलाने की तमन्ना
मेरे इश्क़ की दीवानगी बन जाएगी !
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