Sunday, 27 January 2019

मोहब्बत की है मैंने !

मोहब्बत की है मैंने !
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तेरे हर एक जज्बात से  
बेइंतेहा मोहब्बत की है
मैंने; 
  
तेरे हर एक एहसास से 
बेइंतेहा मोहब्बत की है
मैंने;

तेरी हर एक याद से 
बेइंतेहा मोहब्बत की है
मैंने;

जब जब किया है तुमने 
याद मैंने हर उस एक लम्हे 
से बेइंतेहा मोहब्बत की है
मैंने;

जिसमे हो सिर्फ एक तेरी
और एक मेरी बात उस एक 
औकात से बेइंतेहा मोहब्बत 
की है मैंने;

तेरे हर इंतज़ार से भी उतनी 
ही सिद्दत से मोहब्बत की है
मैंने;

तू मेरी है सिर्फ मेरी मैंने 
इस भरोसे से भी उतनी ही  
बेइंतेहा मोहब्बत की है
मैंने;

तेरे हर एक जज्बात से  
बेइंतेहा मोहब्बत की है
मैंने !

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