तुम्हारी अभिलाषा !
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हाँ मुझे है
अभिलाषा
तुम्हारी ,
क्योंकि तुम्हारा
साथ कभी भी
मुझे भटकने
नहीं देता ,
तुम्हारा कोमल
सा नरम सा स्पर्श
मुझ में नयी ऊर्जा
का संचार कर देता है ,
तुम्हारा मेरे
जीवन में होना
मुझे कभी शुन्य
नहीं होने देता ,
शायद ये
तुम्हारी ही
अभिलाषा है,
जो मेरे जीवन
को संपूर्ण बना
उसे सम्पूर्णताः
प्रदान करती है !
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