एक पूरी प्रक्रिया !
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गेहू और फिर उस
गेहू से बनता उसका
आटा है ;
और उस आटे से
बनती है उसकी लोई
फिर लोई से बनती
रोटी है ;
ये एक पूरी प्रक्रिया
है जिस से गुजर कर
गेहू रोटी की शक्ल
अख्तियार करता है ;
लेकिन इस पूरी प्रक्रिया
में बनाने वाले इंसान की
मेहनत के साथ-साथ अगर
उसकी भावना जुड़ जाती है ;
तब उस रोटी को खाने
वाले का सिर्फ पेट ही
नहीं भरता बल्कि उसका
मन भी तृप्त होता है ;
ठीक इसी प्रकार प्रेम
में देखे गए साझा ख्वाबों
को भी एक पूरी प्रक्रिया से
गुजरना पड़ता है ;
थोड़ी सी असावधानी
जिस प्रकार बानी बनाई
रोटी को जला देती है ;
वैसे ही थोड़ी सी
असावधानी साझा
देखे गए ख्वाबों को
भी चूर-चूर कर देती है !
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