Sunday, 7 October 2018

तेरे दम की मुझे सांसें दे !

तेरे दम की मुझे सांसें दे !
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मेरी ज़िन्दगी मेरे साथ चल ,
तू थाम कर मेरे ख्वाब चल ,
मेरे हाथ में अपना हाथ दे ,
मेरी उम्र भर मेरा साथ दे ,
तुझे चाहना ही मेरी आरज़ू ,
तुझे देखना ही मेरी जुस्तजू ,
मुझे दिन दे अपने ख्याल का ,
मुझे अपनी उर्मा की रातें दे ,
अपने समर्पण की सांसें दे
तेरे दम से सांसें हो रवां मेरी ,
मुझे उलझनों से निजात दे ,
मेरी ज़िन्दगी तू अब मेरी 
हर साँस में मेरा साथ दे, 
मेरी ज़िन्दगी मेरे साथ चल ,
तू थाम कर मेरे ख्वाब चल

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !