एक मंज़िल और अलग अलग रास्ते है ,
ये ज़िन्दगी भी कितनी आसान और कठिन है ;
वो अगर मुझे अपना कुछ समय देता है ,
ये करम उसका क्या कुछ ज्यादा है ;
जो रुके हुए है वो सारे वो घुड़सवार है ,
जो चल रहे है वो सारे के सारे प्यादे है ;
शिद्दत-ए-दिल से पुकारना तुम मुझको ;
लौ आऊंगा मैं ये मेरा तुमसे वादा है ,
फिर जो करने लगा तू नए नए वादे है ,
ये तो बता तू क्या फिर से मुकरने का इरादा है ;
दुनिता का हौसला आजकल बड़ा तंग है ,
मैंने सुना है तेरा दिल कहीं ज्यादा बड़ा है !
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