Sunday 26 May 2019

तेरा दिल बड़ा है !


एक मंज़िल और अलग अलग रास्ते है ,
ये ज़िन्दगी भी कितनी आसान और कठिन है ;

वो अगर मुझे अपना कुछ समय देता है ,
ये करम उसका क्या कुछ ज्यादा है ;

जो रुके हुए है वो सारे वो घुड़सवार है , 
जो चल रहे है वो सारे के सारे प्यादे है ;

शिद्दत-ए-दिल से पुकारना तुम मुझको ; 
लौ आऊंगा मैं ये मेरा तुमसे वादा है ,

फिर जो करने लगा तू नए नए वादे है ,  
ये तो बता तू क्या फिर से मुकरने का इरादा है ;

दुनिता का हौसला आजकल बड़ा तंग है ,
मैंने सुना है तेरा दिल कहीं ज्यादा बड़ा है !

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !