Friday, 1 March 2019

वीर जाबांज़ सपूतों !

वीर जाबांज़ सपूतों !
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भारत तेरे वीर जाबांज़, 
सपूतों ने अपने रक्त से, 
अपने ही अदम्य साहस, 
कि अमर गाथा लिखी है,

उठो ओ वीर जाबांज़ सपूतों, 
अब तुम्हे ही नए सुदृढ़ भारत, 
का निर्माण करना है;

ओ जांबाज़ जवानों उठो, 
तुम्हें बस उस इतिहास,  
को दोहराकर जीत का, 
विगुल बजाना है,

उठो ओ वीर जाबांज़ सपूतों, 
अब तुम्हे ही नए सुदृढ़ भारत, 
का निर्माण करना है;

ओ पावन धरा के तरुणों,  
जन-जन के जीवन में फिर, 
से नई स्फूर्ति नई जान नए  
प्राण भरना है;

उठो ओ वीर जाबांज़ सपूतों, 
अब तुम्हे ही नए सुदृढ़ भारत, 
का निर्माण करना है;

आओ वीर जाबांज़ सपूतों, 
अब तुम्हें भी अपने रक्त, 
से उसी अदम्य साहस से, 
फिर वही विजय गान गाना है !

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प्रेम !!

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