अहम् का दहन !
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आओ हम करे दहन ,
आज अपने अपने अहम् का ,
जैसे भक्त प्रह्लाद ने किया था;
आज अपने अपने अहम् का ,
जैसे भक्त प्रह्लाद ने किया था;
होलिका के अहम् का !
उसी अग्नि कुंड में जिसमे ,
उसने अपने ईश के आशीर्वाद ,
का चादर ओढ़ कर सोचा था ;
प्रह्लाद का दहन करने का !
आओ हम पाए संकेत ,
उठते इस अग्नि कुंड के धुंवे से ,
अपने अपने प्रदेश के भविष्य की तस्वीरें;
उसी अग्नि कुंड में जिसमे ,
उसने अपने ईश के आशीर्वाद ,
का चादर ओढ़ कर सोचा था ;
प्रह्लाद का दहन करने का !
आओ हम पाए संकेत ,
उठते इस अग्नि कुंड के धुंवे से ,
अपने अपने प्रदेश के भविष्य की तस्वीरें;
गर देखो दहन के धुंवे को सीधा,
आकाश की ओर उठता हुआ तो,
आकाश की ओर उठता हुआ तो,
समझ लेना ये संकेत है ;
सत्ता परिवर्तन का !
गर देखो दहन के धुंवे को दक्षिण,
दिशा की ओर जाता हुआ तो समझना ,
ये संकेत है कोई अपने प्रदेश में आने
वाली विपदा का !
गर देखो दहन के धुंवे को पूर्व,
दिशा की ओर जाता हुआ तो ,
समझना ये संकेत है प्रदेश में सुख संपन्नता की बरसात का !
गर देखो दहन के धुंवे को उत्तर,
दिशा की ओर जाता हुआ तो समझना ,
समझना ये संकेत है सच के रास्ते पर चलकर ;
अकूत धन धान्य और स्वस्थ स्वास्थ पाने का !
बस करना विस्वास वैसा ही जैसा किया था ,
भक्त प्रह्लाद ने अपने नरसिंघ भगवान् पर ,
आओ हम करे दहन आज अपने अपने अहम् का ;
जैसे प्रह्लाद भक्त ने किया था होलिका का !
सत्ता परिवर्तन का !
गर देखो दहन के धुंवे को दक्षिण,
दिशा की ओर जाता हुआ तो समझना ,
ये संकेत है कोई अपने प्रदेश में आने
वाली विपदा का !
गर देखो दहन के धुंवे को पूर्व,
दिशा की ओर जाता हुआ तो ,
समझना ये संकेत है प्रदेश में सुख संपन्नता की बरसात का !
गर देखो दहन के धुंवे को उत्तर,
दिशा की ओर जाता हुआ तो समझना ,
समझना ये संकेत है सच के रास्ते पर चलकर ;
अकूत धन धान्य और स्वस्थ स्वास्थ पाने का !
बस करना विस्वास वैसा ही जैसा किया था ,
भक्त प्रह्लाद ने अपने नरसिंघ भगवान् पर ,
आओ हम करे दहन आज अपने अपने अहम् का ;
जैसे प्रह्लाद भक्त ने किया था होलिका का !
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