मेरे शब्दों में उतरे तुम्हारे भाव सदा
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तुम्हे चाहने के लिए
अपनी साँसों से
तुम्हारे विकल हृदय को
खुश रखना चाहता हु सदैव;
तुम्हारे भाव मेरे शब्दों में
यु ही उतरते रहे सदा
इसलिए तुम्हारी रज्ज से
जुड़ा रहना चाहता हु सदैव;
भविष्य में तुम्हारे भाव
और सुंदर हो इसके लिए
तुम्हारी रूह को महसूसता
रहना चाहता हु सदैव;
तुम्हारी आँखों में उतर आए
हरी कोख का आनंद
इसलिए तुम्हारी कोख को
सींचता रहना चाहता हु सदा ;
तुम्हारे होंठ सदा यु ही गुलाबी
और रसभरे बने रहे ;
इसलिए मेरे शहद रूपी
अक्षरों को तुम्हारे होंठो पर
रख कर ही सोता हु सदा !
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