Friday, 13 April 2018

तुम्हारे पास होने का एहसास

तुम्हारे पास होने का एहसास
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तुम आओ मेरे पास इतनी 
की मेरी गर्म सांसें 
तुम्हारे गालो से टकराकर 
तुम्हारे पास होने का 
तुम आओ मेरे पास इतनी 
की मेरी गर्म सांसें
एहसास दिला सके
तुम्हारे बदन की खुसबू 
मेरे सांसो में घुलकर 
तुम्हे पूर्णताक का घूंट पिला सके 
तुम्हारे बंद आँखों में 
तैरते सपने मेरे होंठो
का स्पर्श पाकर 
मन ही मन इतरा सके
तुम आओ मेरे पास इतनी 
की मेरी गर्म सांसें
तुम्हारे केशो में मेरी 
अंगुलिया फिसलती 
तुम्हे सकु के पल दिला सके
मेरी बाँहों के घेरे में लिपटा 
तुम्हारा ये कोमल तन 
मेरी सारी कायनात
को हिला सके 
तुम आओ मेरे पास इतनी 
की मेरी गर्म सांसें
तुम्हारे गालो से टकराकर 
तुम्हारे पास होने का 
एहसास दिला सके  

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !