आप मरना शुरू कर देते है!
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आप तब जीना छोड़ रहे होते है;
जब आप नहीं करते कोई नयी यात्रा,
या गढ़ते नहीं कोई नहीं कहानी,
और सुनते नहीं अपनी आत्मा की आवाज़,
या फिर करते नहीं बिना वजह किसी की तारीफ !
आप तब जीना छोड़ रहे होते है;
जब आप अक्सर ही ताक पर रखना,
शुरू कर देते है अपना ही स्वाभिमान,
नहीं लेते किसी और की मदद व फिर,
करनी छोड़ देते है मदद दूसरों की भी !
आप तब जीना छोड़ रहे होते है;
जब आप बदलना छोड़ देते है,
अपनी हर एक गलत आदतों को ,
गुजरते है रोज उन्ही एक से रास्तों से,
नहीं देखते उगते सूरज और शीतलता,
बरसाते चाँद को और विश्वास करना
छोड़ देते है, उन टूटते सितारों की कहानियों में !
आप तब जीना छोड़ रहे होते है;
जब पहनना छोड़ देते है अलग-अलग
रंग के कपडे और बात नहीं करते
अनजान और अज़नबियों से और
जब आप नहीं बदलते अपनी उस
ज़िन्दगी को जिस से आप अब तक
नहीं हो पूरी तरह से संतुष्ट !
आप तब जीना छोड़ रहे होते है;
जब आप होते है परेशान अपने
काम और उसके अब तक आये
परिणामो से फिर भी ऊपरी मन
से करते रहते है आप वही काम !
आप तब जीना छोड़ रहे होते है;
जब आप नहीं छोड़ते किसी अनिश्चित
को एक निश्चित के लिए और जब आप
करना छोड़ देते है पीछा अपने किसी अधूरे
रहे स्वप्न का और जब आप नहीं देते इज़ाज़त
किसी एक खास व समझदार इंसान की सलाह
से खुद को दूर कर लेने की उस पल आप जीना छोड़
मरना शुरू कर देते है !
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