Saturday, 6 January 2018

तेरी सांसो की जरुरत बन जाऊंगा


सोचा था मेरे एहसास 
तेरी सांसो की जरुरत 
हो जाएगी ;   
सोचा था तुझे भी एक दिन
मेरी जरुरत हो जाएगी 
सोचा था धड़कने हर शाम  
कर देंगी तुम्हे परेशां
सोचा था तेरे दिल को भी
मेरे दिल की ऐसी 
आदत हो जाएगी 
सोचा था मेरी बातें तेरी नींद की 
हर करवट सी हो जाएगी
सोचा था हर मुलाकात पर 
तुम खुद को मेरे
पास भूल आओगी
सोचा था मेरा साथ 
तेरी ज़िन्दगी की इबादत 
सी हो जाएगी 
सोचा था तुझे पास लाने की
जो तमन्ना बसी है 
मेरी रूह में मेरे इश्क़ की
बेइन्तेहाई तेरी भी 
हसरत सी हो जाएगी 
लेकिन ये सब बस एक 
मैंने ही सोचा था

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !