उस ऊपर वाले ने तो
उसी दिन लिख दिया था
तुम्हारा साथ जिस दिन
मैंने रखा था अपना पहला कदम
सूक्ष्म रूप में अपनी माँ की कोख में
आज आभार प्रकट करने का
मन कर रहा है उन सभी का
जिन्होंने अपना योगदान दिया
तुम्हे मुझसे मिलाने में सबसे
पहले आभार उस विराट
प्रकृति का जिसमे ये सब
घटित हुआ और आभार उस
पथ का जिस पथ पर चल कर
तुम मुझे मिली हां आभार उस
तलाश का जिसने खोजी मेरी मंज़िल
और आभार तुम्हारा अपना हाथ
मेरे हाथ में आने दिया इस वादे
के साथ की वो हाथ होगा साथ
मेरे आने वाले हर जन्म में
उसी दिन लिख दिया था
तुम्हारा साथ जिस दिन
मैंने रखा था अपना पहला कदम
सूक्ष्म रूप में अपनी माँ की कोख में
आज आभार प्रकट करने का
मन कर रहा है उन सभी का
जिन्होंने अपना योगदान दिया
तुम्हे मुझसे मिलाने में सबसे
पहले आभार उस विराट
प्रकृति का जिसमे ये सब
घटित हुआ और आभार उस
पथ का जिस पथ पर चल कर
तुम मुझे मिली हां आभार उस
तलाश का जिसने खोजी मेरी मंज़िल
और आभार तुम्हारा अपना हाथ
मेरे हाथ में आने दिया इस वादे
के साथ की वो हाथ होगा साथ
मेरे आने वाले हर जन्म में
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