Friday 27 October 2017

तुम थामे रहना मेरा हाथ

कभी लगता है
जैसे मैंने तुम्हे
अपने प्यार के बाँध 
से रोक लिया है ,
तो कभी लगता है 
जैसे तेरे ही साथ
बहा जा रहा हु मैं,
तेरी हर बात 
मैं अपने होठो से
कहे जा रहा हु ,
और सच कहु तो  
बहा ले जाना चाहता हु ,
तुझे अपने साथ  
तुम थामे मेरा हाथ 
कर लो मुझे खुद 
के बेहद करीब

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !