Monday 16 October 2017

कोई भी रिश्ता टूटता नहीं


कुछ भी यंहा 
व्यर्थ नहीं जाता 
कोई भी रिश्ता 
टूटता नहीं यंहा 
रिश्ते की कभी 
मौत नहीं होती यंहा 
चाहे इंसान रहे ना रहे 
रिश्ता यु ही बना रहता है 
चाहे बातें बंद हो जाए
चाहे मुलाकातें बंद हो जाए
या फिर एक-दूसरे को 
एक नज़र देखना भी बंद हो जाए
पर रिश्ता हमेशा बना रहता है 
यंहा यु ही तठस्थ 
जीते जी आमने सामने और
मरने के बाद स्मृति में 
भावनाओं में यादों में 
कुछ भी किया यंहा 
व्यर्थ नहीं जाता

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !