लोग कहते है
"राम" तुम इश्क़
अच्छा लिखते हो
पर उन्हें कंहा पता
इसकी वजह हो तुम
जब भी याद आती है
मुझे तुम्हारी तो मैं
तुम्हारे इश्क़ को लिखता हु
और याद है ही तुम्हारी
इतनी ख़ूबसूरत की उन
यादों को सिर्फ हु-ब-हु
उतारता हु और वो लोगो
की नज़र से होता हुआ उनके
दिल में उतर जाता है और
मेरे दिल में उतरती है
तुम्हारी वो मुस्कान जो
मुझे बहुत प्यारी लगती है
"राम" तुम इश्क़
अच्छा लिखते हो
पर उन्हें कंहा पता
इसकी वजह हो तुम
जब भी याद आती है
मुझे तुम्हारी तो मैं
तुम्हारे इश्क़ को लिखता हु
और याद है ही तुम्हारी
इतनी ख़ूबसूरत की उन
यादों को सिर्फ हु-ब-हु
उतारता हु और वो लोगो
की नज़र से होता हुआ उनके
दिल में उतर जाता है और
मेरे दिल में उतरती है
तुम्हारी वो मुस्कान जो
मुझे बहुत प्यारी लगती है
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