Wednesday, 18 October 2017

तेरी यादें संजोई हैं मैंने

तेरी यादें  
तेरी बातें 
और तू  
जिन्दा रहती है 
हर पल पल 
मेरी यादों में,
वादों में, 
इरादों में, 
और मेरी 
हर मुरादों मेँ, 
जिसे संजोई हैं मैंने, 
इन आँखों में, 
धड़कनो में, 
और बसाई हैं 
मेरी रूह में 
और जिन्दा रहेगी 
तू सदा मेरी  
हर एक
ख्वाहिशो में 
सपनो में 
प्यास में
तड़प में
और मिलने 
की आश में। 

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !