प्रेम पाना तुम्हारा !
मैंने कभी नहीं चाहा
पाना प्रेम तुम्हारे सिवा
किसी और का ;
मैंने तो चाहा भी और
माँगा भी प्रेम एक सिर्फ
तुम्हारा ही ;
तुम मुझे प्रेम करो
और करे उतना ही
प्रेम मुझे तुम्हारी
संतति भी ;
मैं चाहता हूँ प्रेम देना
भी सिर्फ एक तुम्हे और
तुम्हारी संतति को ही ;
तुमको प्रेम करने और
तुम्हारा प्रेम पाने के
लिए लड़ रहा हूँ ;
मैं आज भी इस ज़माने
से और लड़ता रहूँगा
कल भी क्योकि मैंने
कभी नहीं चाहा पाना
किसी और का !
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