Thursday, 15 August 2019

बहन !


बहन !

एक मां की कोख से
पैदा हुई लड़की का ही 
नाम नहीं है 
बहन !
उस रिश्‍ते का भी नाम है
जो एक पुरुष को मां के 
बाद पहली बार नारी का 
सामीप्‍य और स्‍नेह देता है
बहन !
कलाई पर राखी बांधने 
वाली एक लड़की का ही 
नाम नहीं है
बहन !
उस रिश्‍ते का भी नाम है
जो लाल पीले और हरे धागे 
को पावन बना देती है 
बहन !
मां पुरुष की जननी है
और पत्‍नी जीवन-संगिनी
पुरुष के नारी-संबंधों के
इन दो छोरों के बीच
पावन गंगा की तरह 
बहती नदी का नाम है
बहन !

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !