Thursday, 25 July 2019

जीवन साथी !


जीवन साथी !

ज़िन्दगी सभी की एक 
फ़ूल के मानिंद होती है ;

उस फूल में पंखुड़ियाँ तो 
गिनती की ही होती है ;

उन पँखुड़ियों में से आधी 
तो अक्सर ज़िम्मेदारियों 
पर ही झर जाती है ;

बची आधी पंखुड़ियाँ उस 
फूल की उस की जीवन साथी ;

पर ही झरे यही हर एक  
इश्क़ की ख्वाहिश होती है !

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !