Monday, 20 November 2017

अपनी गोद में उसे सुलाना तुम

सुनो आज तुम 
चाँद को बिंदी 
बना कर भले ही 
मत लगाना और  
आँचल में सितारे 
भी ना टांकना 
और अपनी देह 
के लिए नयी उपमाएं
तो बिलकुल मत 
मांगना किन्योकि  
काम के बोझ से 
थका हरा वो 
जब लौटे ऑफिस से 
प्यार से लिटा लेना 
अपनी गोद में उसे और 
मलना उसके बालों में 
जैतून का तेल  
को अपने अंगुलिओं के 
पोरों से अच्छी तरह  
और बच्चों सी गहरी 
नींद सुला लेना  
देखना सुबह उसकी 
कितनी सुहानी होती है  …
ऐसा कभी कभी 
किया करो तुम 
जो तुम्हारे और 
तुम्हारे बच्चो के लिए
दुंनिया जहाँ की खाक 
छानता है उसे भी 
जरुरत होती है 
तुम्हारे स्नेह की 

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !