Monday, 25 February 2019

उसे भी आर्यावर्त कर देना है !

उसे भी आर्यावर्त कर देना है  !
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याद रख ए हिन्दुस्तान   
तुझे वो वीर जवान जयमाल 
सिंह, नसीर अहमद,सुखविंदर 
सिंह और रोहिताश लम्बा का 
चुन-चुन कर बदला लेना है;  

शेष नाग को मर्दन करने 
वाला कान्हा बन तुम्हे अब 
उस ना-पाक को दिखाना है;

याद रख ए हिन्दुस्तान   
तुझे वो वीर जवान तिलकराज,  
भगीरथ सिंह ,वीरेंदर सिंह और  
अवधेश कुमार का चुन-चुन कर 
बदला लेना है;  

आज फिर तुम्हे उस ना-पाक 
माथे पर जय हिन्द लिख कर 
उसे भी अब पाक कर देना है;  

इस होली को अपनी पिचकारी 
में तुम्हे देशप्रेम का बारूद ही 
भरना है;

याद रख ए हिन्दुस्तान   
तुझे वो वीर जवान नितिन सिंह,  
रतन कुमार , सुरेंद्र यादव और  
संजय कुमार सिंह का चुन-चुन 
कर बदला लेना है;  

एक एक दुश्मन के सीने पर 
गिन-गिन कर बयालिस गोली 
दागनी है;

याद रख ए हिन्दुस्तान   
तुझे वो वीर जवान राम वकील,  
धरम चंद्रा , बेलकर ढाका और  
श्याम बाबू का चुन-चुन 
कर बदला लेना है;  

देश के एक सौ पैंतीस करोड़ 
बाजू फड़क रहे है उन्हें तो अब 
एक-एक ना-पाक का सर अपने  
पैरों तले कुचलना है;

याद रख ए हिन्दुस्तान   
तुझे वो वीर जवान अजीत कुमार,  
प्रदीप सिंह , संजय राजपूत और  
कौशल कुमार रावत का चुन-चुन 
कर बदला लेना है;  

सीमाओँ को हिमालय सा ही 
अभेद कर देना है जिसके आगे 
दुनिया हो नतमस्तक ऐसा इसे 
बुलंद कर देना है;

याद रख ए हिन्दुस्तान   
तुझे वो वीर जवान  जीत राम ,  
अमित कुमार  , विजय कुमार और  
कुलविंदर सिंह का चुन-चुन कर 
बदला लेना है;  

माँ की चुनर को कहीं दाग ना 
लगे इसलिए एक-एक आस्तीन 
के साँपों के फन को अब कुचल कर 
उनके बचे बीज का भी अस्तित्व मिटा 
कर ही दम लेना है ;

याद रख ए हिन्दुस्तान   
तुझे वो वीर जवान विजय सौरंंग ,  
बसंत कुमार , गुरु एच और सुभम 
अनिरंग का चुन-चुन कर बदला लेना है;  

कश्मीर की केसर का रंग अब 
हर माथे पर रंगना है और इस देश 
का तिरंगा अब लाहौर में फहराना है;

याद रख ए हिन्दुस्तान   
तुझे वो वीर जवान अमर कुमार,  
अजय कुमार , मनिंदर सिंह और 
रमेश यादव का चुन-चुन कर 
बदला लेना है;  

देश प्रेम की आग में अब उस 
ना-पाक को जलाकर उसके 
मातम में बन्दे मातरम गाना है;

याद रख ए हिन्दुस्तान   
तुझे वो वीर जवान परशाना कुमार,  
हेम राज मीणा , बबला शंत्रा और 
अश्वनी कुमार  के साथ साथ प्रदीप 
कुमार, का चुन-चुन कर बदला लेना है;  

माँ के दूध के एक एक बून्द का 
क़र्ज़ ले कर माथे पर जन्नत भी 
नहीं जाना है;

याद रख ए हिन्दुस्तान   
तुझे वो वीर जवान सुधीर कुमार,  
रविंद्र सिंह , एम वाशूमातारे और 
महेश कुमार  के साथ साथ एल 
एल गुलज़ार , का चुन-चुन कर 
बदला लेना है;  

आज फिर तुम्हे उस ना-पाक माथे 
पर जय हिन्द लिख कर के उसे भी 
आर्यावर्त कर देना है !

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