Thursday, 22 February 2018

काजल को बहा ले जाने की इज़ाज़त

जब हो जाए तुम्हे प्रेम   
अपने ही प्रतिबिम्ब 
से डरने वाले से  ... 
तो दर्द को भी उस सफ़र  
का साथी बना लेना चाहिये 
जब हो जाए तुम्हे प्रेम
अपनी ही सांसो की 
तेज़ गति से डरने वाले 
से तो आंसुओं को दे देनी 
चाहिए इज़ाज़त काजल 
को बहा ले जाने की 
जब हो जाए तुम्हे प्रेम 
अपनी ही पदचाप की 
आहट से डरने वाले से  
तो वक़्त बे वक़्त घर से 
निकलना छोड़ देना चाहिए
जब हो जाए तुम्हे प्रेम
अपनी ही दहलीज़ को  
पार करने से डरने वाले से 
तो तुम्हे उन्मुक्त गगन 
में उड़ने की लालसा को 
त्याग देना चाहिए 
जब हो जाए तुम्हे प्रेम 

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !