Tuesday, 26 September 2017

एक उजला आईना


जिस दिन तुम 
मुझसे दूर हो जाओगी 
उस दिन मैं लूंगा एक फैसला
फैसला बृद्ध होने का 
और कर लूंगा खुद को 
दुनिया से एक दम अलग 
बस फिर रहूँगा साथ 
तुम्हारी यादों के और 
साथ होगा एक उजला आईना
जिसमे देख कर तुम हर सुबह
तैयार होती हो ये धरोहर होगी
मेरे प्रेम की तुम्हारी तरफ से 
और उस आईने में देखूंगा तुम्हे
बची उम्र जीने के लिए 

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !