जिसे हम प्रेम
करते है उसके हाथो
को लेकर अपने हांथो में
हम अक्सर सोचते है
ये हाथ यु ही रहे
सदा हाथो में मरते
दम तक उन्ही हांथो
की उरमा हमे देती है
हर उस वक़्त एक नया
जीवन जब हमे लगता है
नीरस ये जीवन और हम
एक बार फिर से जी उठते है
पर मुझे तुम्हारा हाथ
से अब तक नहीं मिली वो
उरमा उस वक़्त भी जब
नहीं होती मेरी और
जीने की ईक्षा
करते है उसके हाथो
को लेकर अपने हांथो में
हम अक्सर सोचते है
ये हाथ यु ही रहे
सदा हाथो में मरते
दम तक उन्ही हांथो
की उरमा हमे देती है
हर उस वक़्त एक नया
जीवन जब हमे लगता है
नीरस ये जीवन और हम
एक बार फिर से जी उठते है
पर मुझे तुम्हारा हाथ
से अब तक नहीं मिली वो
उरमा उस वक़्त भी जब
नहीं होती मेरी और
जीने की ईक्षा
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