ज़िन्दगी को मायने मिल गए !
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सुनो तुम्हारा यु सिर्फ
मेरा होकर रहने के वादे
से मेरे जीवन में खुशियो
की झड़ी लग जाती है और
मेरी अतृप्त आत्मा जैसे
संतुष्टि की उस पराकाष्ठा
पर पहुंच जाती है जंहा वो
स्वच्छ और निर्मल होने के
साथ-साथ पावन और पूजित
सा अनुभव करने लगती है
और मेरा ये मुख यु मुस्कुरा
उठता है मानो किसी गरीब
की कुटिया से भगवान भोजन
कर जाते वक़्त उसे मन चाहा
वरदान दे गए हो और उस से मिली
असीम ख़ुशी से मेरा ये तन और मन
इस कदर भीग जाता है जैसे कोई
रेगिस्तान के पथिक को पानी की
निर्मल झील मिल गयी हो और मेरी
खाली खाली सी बेवजह कट रही
इस नीरस सी जिंदगी को जीने के
खूबसूरत नए मायने मिल गए हो !
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