Friday 1 September 2017

सुन्दर स्वर में सुनना

तुम्हारे बारे में सोचना
मुझमे संचार करता था  
एक नयी हिम्मत का 
एक नयी आशा का 
एक नयी सपना का 
एक नए दिन का 
एक नयी ज़िन्दगी का 
जैसे पृथ्वी के सबसे 
सुन्दर स्वर में सुनना
एक प्रेम गीत पर 
आज वही आशा एक
निराशा में तब्दील हो रही है 
जब आशा बहुत लम्बी
खींची चली जाती है 
तब ऐसा ही होता है 
और आज वही तुम्हारे 
बारे में सोचना मुझमे
उन सभी आशा सपने
दिन और ज़िन्दगी को 
समाप्त करने जैसा 
हो गया है 

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !