Tuesday 12 September 2017

तुम्हारे लिए मैंने वास्तविकता खो दी है


तुमने शायद सपनो में मुझे 
इतना देख लिया है, 
सपनो में मेरे साथ तुमने 
इतना चल लिया है, 
सपनो में मेरे साथ
इतनी बातें कर ली है ,
और सपनो में मेरी 
छाया के साथ
इतनी सो ली हो 
की अब कुछ
मन में बाकी ही 
नहीं रहा तुम्हारे
जो वास्तव में 
तुम मेरे साथ 
करना चाहो 
इसलिए मैंने 
अपनी वास्तविकता 
खो दी है 
तुम्हारे लिए 

No comments:

प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !