Wednesday 17 January 2018

अद्वैत का अर्थ

मैंने कहा तुम जब 
बीच में मांग निकाल कर
अपने बालों को बनाती हो
तो बेहद प्यारी लगती हो ,
उसने कहा मुझे साइड 
में मांग निकालना पसंद है,
मैंने कहा तुम जब अपनी  
मांग को सिन्दूर से भर
कर रखती हो तो बहुत 
खूबसूरत लगती हो ,
उसने कहा सिन्दूर लगा
कर रखना मुझे पसंद नहीं ,
मैंने कहा मेरी ख्वाहिश है 
तुम्हे हष्ट पुष्ट देखना 
उसने कहा मुझे पतली
दुबली रहना ही पसंद है ,
मैंने कहा मुझे हर दिन 
तुम्हारा सामीप्य चाहिए 
उसने कहा कभी कभी चाहिए,
प्रेम की परिभाषा में 
अद्वैत का अर्थ 
शायद समझ नहीं आया 
उसे अब तक 

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प्रेम !!

  ये सच है  कि प्रेम पहले  ह्रदय को छूता है      मगर ये भी उतना  ही सच है कि प्रगाढ़   वो देह को पाकर होता है !